




फरीदाबाद वार्ड 26 की निवर्तमान पार्षद सोम लता भड़ाना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन के उपलक्ष में चल रहे सेवा पखवाड़े मैं स्वास्थ्य जांच केंद्र के बहाने केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को अपनी ताकत का एहसास करा दिया
आज रविवार को सुबह 11:00 बजे वार्ड 26 की निवर्तमान पार्षद सोम लता भड़ाना के कार्यालय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर चल रहे सेवा पखवाड़ा के तहत स्वास्थ्य जांच केंद्र तथा सफाई अभियान को लेकर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया तथा वार्ड 26 के क्षेत्रवासियों को कार्यालय पर बुलाया जिसमें अपार जनसमर्थन तथा भारी भीड़ के बीच केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सेवा पकवाड़ा के साथ-साथ देश में मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए उपस्थित जनता को संबोधित किया भारी भीड़ को देखकर केंद्रीय मंत्री गदगद नजर आए साथ ही साथ निवर्तमान पार्षद सोम लता भड़ाना ने भारी भीड़ बुलाकर विरोधियों के मुंह पर ताला जड़ दिया, राजनीतिक गलियारे में कई बार सोम लता भड़ाना के टिकट कटने की चर्चाएं होती रही है, विरोधियों द्वारा निवर्तमान पार्षद सोम लता बढ़ाना के पति रविकांत पर भी अनर्गल आरोप लगते रहे हमेशा राजनीतिक मुद्दा बना रहा कि अबकी बार सोम लता भड़ाना का टिकट कर सकता है। आज की मीटिंग में रवि कांत ने क्षेत्र के लोगों की भीड़ जमा करके यह साबित कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर वह सही उम्मीदवार है, तथा केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को अपनी ताकत का भी एहसास करा दिया है। सोम लता भड़ाना के पति रवि कांत ने ना कि मंत्री जी को भीड़ दिखाकर अपनी ताकत का एहसास कराया बल्कि क्षेत्रीय नेताओं की नींद भी उड़ा दी है अभी तक आसपास के किसी भी वार्ड में किसी भी पार्षद पद प्रत्याशी या निवर्तमान पार्षद द्वारा इतनी बड़ी तादाद में लोगों को इकट्ठा करने की क्षमता नहीं है । अब मुश्किल आसपास के वार्ड प्रत्याशियों के लिए भी खड़ी हो गई है कि जनसमर्थन के मामले में रवि कांत को कैसे पकड़ा जाए या मंत्री जी की नजर में अपनी राजनीतिक ताकत को कैसे बनाए रखा जाए जितनी भीड़ आज रविकांत ने अपने कार्यालय पर बुलाई उतनी भीड़ बुलाना इतना आसान नहीं हो सकता। सेवा पखवाड़े के इस कार्यक्रम में ना कि वार्ड 26 निवर्तमान पार्षद सोमलता भढ़ाना का टिकट पक्का कर दिया बल्कि रवि कांत को भी राजनीति में एक मजबूत खिलाड़ी माना जाने लगा है। देखना यह होगा आने वाले समय में रविकांत को इस मीटिंग का कितना फायदा होता है