फरीदाबाद, सेक्टर-91, फेस-2, साउथ ब्लाक तथा मैन ब्लॉक् के रेसिडेंट्स में काफी समय से मंदिर को लेकर आपसी मनमुटाव चल रहा है, जिसको लेकर आज विवाद और बढ़ गया तथा रेसिडेंट्स दो खेमों में बटकर आपस में भिड गये,

आपको बता दें कि सेक्टर-91 नगर निगम द्धारा दो भागों में बॉट कर बसाया गया था, सेक्टर को फेस-1 और फेस-2 में बांटा गया था, इसके बाद भी यहॉ के रेजीडेन्टस ने अपनी-अपनी पॉकिट में अलग-अलग एसोसिएशन रजिस्टर करवा ली तथा अपनी पॉकिट के विकास और सुरक्षा की दृष्टि से सेक्टर रेजीडेंटस से पैसे उगहाकर कार्य कराने लगे, फेस-2 के मेन ब्लॉक में एक मन्दिर का निमार्ण धार्मिक आस्था के मददेनजर कराया गया था, मंदिर निर्माण के समय आपसी विवाद बढ़ गया था।

आपसी मतभेद तथा राजीनतिक दृष्टि से अलग-अलग ब्लॉक बनाकर अलग-अलग एसोसिएशन बना ली गयी, इसके बाद सुरक्षा का हवाला देकर सभी मुख्य मार्गो पर गेट लगा दिये गये। आवाजाही के लिये एक या दो गेट को ही खोला जाने लगा, खोले जाने वाले गेट पर गार्डो की तैनाती भी कर दी गयी। मामला तब बिगडा जब साउथ ब्लॉक से मेन ब्लॉक के मन्दिर आने वाले रास्ते पर पडने वाले गेट को भी ताले डालकर लॉक कर दिया गया। साउथ ब्लॉक के रेजीडेन्टस ने मन्दिर आवजाही के विरोध में गेट खोले जाने को लेकर मेन ब्लॉक की एसोसिएशन से सम्पर्क किया लेकिन गेट को सुरक्षा का हवाला देकर नही खोला गया और विवाद बढता ही गया और नौबत हाथापाई तक आ गयी। आपको बता दे कि यह मामला भले ही मन्दिर मार्ग पर लगे गेट को लेकर दिखाई पडता हो असल में यह मामला काफी साल पहले से मन्दिर निमार्ण तथा एसोसिएशन को लेकर बना हुआ है, कुछ रेजीडेन्टस तथा कुछ एसोसिएशन के मुख्य सदस्य इस मामले को अपनी नाक यानि प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर मामले को खत्म होने देना नही चाहते। इसी मामले में 15 सितम्बर यानि “कल” दोनो पक्ष जुटे तथा कुछ समाजसेवियों के साथ मामले का समाधान निकालने की कोशिश में मन्दिर के प्रॉगड़ में बैठक हुई। काफी जिददोजहद के बावजूद भी कोई नतीजा नही निकला, उल्टा विवाद इतना बढा कि बात हाथापाई तक आ गयी। साउथ ब्लॉक के रेजीडेन्टस ने प्रर्दशन कर गेट हर हाल में खुलाने की ठान ली है, वही मेन ब्लॉक के रेजीडेन्टस किसी भी कीमत पर सुरक्षा के हवाले गेट का ताला खोलने का तैयार नही है। कानूनी तौर पर किसी भी मुख्यमार्ग पर गेट लगाकर ताला नही लगाया जा सकता, लेकिन सुरक्षा के मददेनजर इन्तजाम करने की व्यवस्था को भी नही नकारा जा सकता। खबर लिखे जाने तक मामला तूल पकडे हुऐ है, ताले लगे गेट के सामने प्रदर्शन करने की तैयारियॉ की जा रही है। अगली खबर का करे इन्तजार,
