
नोएडा में ट्वीन टॉवर गिराए जाने के बाद अब ग्रेटर फरीदाबाद में बिल्डरों की मनमानी के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। फरीदाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर बिल्डरों की मनमानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि ग्रेटर फरीदाबाद में कई नामी गिरामी बिल्डरों ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके खरीदारों का शोषण कर रहे हैं। लोगों ने लाखों रुपए का भुगतान कर किसी तरह एक फ्लैट खरीदा है लेकिन उनकी क्वालिटी बेहद घटिया है।
पाराशर का कहना है कि फरीदाबाद में कई बिल्डरों ने आतंक मचा रखा है। सैकड़ों लोगों की जमा पूंजी हड़प चुके है। जनता को बड़ा सपना दिखा कर लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को खाली जमीन दिखा बोलते हैं कि दीन दयाल योजना का लाइसेंस पास हो गया है, जल्द यहां निर्माण शुरू होगा, और फिर पैसे ऐंठना शुरू कर देते हैं। जबकि हकीकत यह है कि इनका कोई लाइसेंस पास नहीं होता। जो फ्लैट बने भी हैं उनकी क्वालिटी बेहद खराब है।
बिल्डरों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन कोई सुनने वाला नहीं
एडवोकेट ने कहा कि ग्रेटर फरीदाबाद में आए दिन बिल्डरों के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहा है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसे बिल्डरों की शिकायतों का पुलिंदा तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। उम्मीद है कि जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के बिल्डर के खिलाफ एक्शन लिया है, उसी तरह फरीदाबाद में भी एक्शन होगा।