
स्मार्ट सिटी योजना के तहत 2015 में देश के 100 शहरों में फरीदाबाद और करनाल को शामिल किया गया था,, फरीदाबाद को स्मार्ट बनाने के लिये स्मार्ट सिटी कंपनी का गठन 20 सितंबर 2016 को किया गया,,,, बहुत सारी योजना और परियोजनाओं की शुरूआत हुई,, जैसे परिवहन व्यवस्था को सुचारू करना, जिसमे सडके, पार्को का सौन्दर्यकरण, मुल-भूत सुविधाए जैसे पीने का पानी, सीवेज की निकासी, बिजली, सुरक्षा आदि के लिये करोडो रूप्ये शहर को मिले, काम चल रहा है, और कब तक चलेगा कहा नही जा सकता, पूरे देश को एक और योजना मिली जिसका नाम था, अमृत योजना,, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना था,,,, जिन सुविधाओं में पानी की आपूर्ति, सीवरेज, शहरी परिवहन आदि शामिल है। इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा तथा देश के नागरिक सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनेंगे ऐसा माना जा रहा था,,, फरीदाबाद में भी इसकी शुरूआत 2016 में हो गयी थी जिसके तहत करोडो के टेन्डर देकर सीवेज की निकासी की व्यवस्था पर काम किया गया, जिसे 2018-19 तक पूरा होना था, लेकिन कमबख्त कोरोना आ गया,,, जिसके कारण काम पूरा होने में देरी हुई,,, और निगम के निक्कमें अधिकारीयों को अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने का मौका मिल गया .. तो वही नेताओ को राजनीति करने का… पक्ष हो या विपक्ष दोनो ने अपने-अपने हिसाब से इस योजना का खूब राजनितिक फायदा उठाया और उठा भी रहे है अब इस योजना को 31 मार्च 2023 को ख़त्म हो जाना है पीने के पानी सीवरेज कि निकासी नहीं हो सकी है ये अलग बात है अब अधिकारी अमृत योजना टू आने पर काम पूरा होने कि बात कर रहे है,,, लेकिन गंभीरता से ये माना या कहा जा सकता है कि ये काम अभी अगले 5 साल भी पूरा होता हुआ नज़र नहीं आ रहा,,,, भले ही 17 सितम्बर 2023 को बडखल झील में मोदी जी के जन्मदिन पर नौकाविहार के सपने प्रशासन देख रहा हो,,,, आपको बता दे कि भाजपा विधायक सीमा त्रिखा ने ऐसा बोला था,,
अमृत योजना और फरीदाबाद का स्मार्ट सिटी की लिस्ट में आना दो अलग अलग बाते थी,, लेकिन दोनो उददेष्य लगभग मिला जुला.. पैसा भी खूब आ रहा है,,, केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार फरीदाबाद पर पैसे को लेकर जमकर बरसे है,,,,. इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के साथ-साथ अनेकों योजनाओ का लाभ भी फरीदाबाद को मिला है सबका साथ, सबका विकास, ईमानदार सरकार, और ना जाने कितने नारों के साथ देश और प्रदेश ने खूब तरक्की की होगी,, लेकिन सबसे बडा सवाल कि इस नहर पार क्षेत्र की बात कर ले या पूरे फरीदाबाद की,,, तो फरीदाबाद को क्या मिला है,, क्या मिल रहा है,, क्या मिलेगा,,,
स्मार्ट सिटी की जगह अगर नर्क सिटी फरीदाबाद कहा जाये तो कोई अत्यश्यौकती नही होगी,,, मै ऐसा क्यो बोल रहा हू क्योकि हालात तो कम से कम यही कहते है,, आईये हम आपको फरीदाबाद नर्क सिटी के अनिष्ठ दर्शन करवाते है,,,, और आपको ले चलते है दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र,,, विश्वविख्यात वक्ता मोदी जी के भारत की,, राष्टीय राजधानी से जीरो किलोमीटर की दूरी पर बसा फरीदाबाद का अभागा क्षेत्र दुर्गा बिल्डर,,,,मूलभूत सुविधाओ से लैस,, सबसे बडा सपना, मेरा घर हो अपना,,, की थीम के साथ सबसे सस्ता यानि 150 रूप्ये गज के हिसाब से घर बनाने के लिये दुर्गा बिल्डर नामक डेवलपर ने 1990 के दशक में दुर्गा बिल्डर, रविंद्रा प्रमोटर, पंचशील कोऑपरेटिव सोसायटी और राजधानी को ऑपरेटिव सोसायटी के नाम से चार फर्म बनाई थीं। बिल्डर ने इस क्षेत्र में 107 एकड़ जमीन चारों संस्थाओं के नाम से खरीदी,, 1992 में दुर्गा बिल्डर ने इस पूरी जमीन का एक नक्शा हुडा से पास करा लाइसेंस ले लिया और प्लाट बेचने शुरू किया भूमाफिया, चालाक चोकड़ी 420 ने लोगो से हेराफेरी की… मामला कोर्ट पंहुचा और सस्ते मकान का सपना लोगो का टूट गया,,
यानि आज से 33 साल पहले बसना शुरू हुआ था, अभागा, विकास का मारा, कोर्ट में आपने अश्तित्व की लडाई लडता कब नर्क धाम बन गया उसे खुद पता नही चला,,, खुद को बसाने की जिददोहद मे अपने आस-पास कालोनिया को बसा गया,,, दिल्ली के मीठापुर,,, जैतपुर, हरिनगर, से फरीदाबाद के बसन्तपुर, इस्माईलपुर, अगवानपुर, सेहतपुर, तिलपत, पल्ला तथा उसके रकबे में बसी सेकड़ों कॉलोनियों के बीच में सीवेज का जोहड बनकर रह गया है, जिसे आसपास के इलाकों को विकसित करना था उसने खुद को नर्क बना लिया है,,,,
यह देखिये किसी लेक या तालाब जैसा दिखने वाला ये दृष्य किसी खूबसूरत वादियों में मिलने वाले नीले पानी का दरिया या झील नही है,, ये है आसपास बसे मानवजाति के जीवों के मलमूत्र से तैयार बूदबूदार सडे हऐ पानी का जोहड, जिससे तीखी गन्ध के साथ हवाओ के झोखे निकलते है,, आस पास में बसे लाखो परिवार इस नर्क नगर में इस आशा के साथ निवास करते है कि एक दिन हम भी र्स्माट सिटी फरीदाबाद वासी हो जायेगें,, दिल्ली वाले तो राष्टीय राजधानी वाले है ही,,
17 सितम्बर 2023 तक बडखल तो सीवेज के साफ़ पानी से आवाद हो ना हो, मोदी जी के जन्म दिन पर नौका विहार का सपना वंहा साकार हो ना हो,, लेकिन दुर्गा बिल्डर मोदी जी के जन्मदिन पर फरीदाबाद के नेताओं के नौकाविहार के सपने को साकार करने के लिए तैयार है…आपको बता दे कि आसपास के इलाके में लाखो परिवार घनी आवादी के रूप में रहते है, जहॉ स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के बाद भी सीवेज और पीने के पानी की व्यवस्था नही हुई है,, लिहाजा यहॉ के निवासी अपने घरों में सीवेज के टेंक बनाकर या तो गन्दे पानी को जमीन में डाल देते है या फिर निजी टेंकर्स के माध्यम से इसी नर्क नगर, दुर्गाबिल्डर में डाल दिया जाता है, नगर निगम को इसकी खबर ही नहीं है,, 107 एकड़ में बनी इस झील में पानी आता कहाँ से है इसकी ख़ोज में निगम अधिकारी लगे हुए है,,, स्थानीय लोगो के अनुमान के मुताबिक बताया जाता है कि इस क्षेत्र में हर रोज हजारों टेंकर सीवेज का पानी खुले में छोडा जाता है, जिससे वातावरण दुषित होने के साथ-साथ पीने के पानी को खराब तथा हवा को बर्वाद हो रहा है,,,, इस क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग,, एन0जी0टी0,,, मानव अधिकार,,, समाज सेवी, पर्यावरण वादी, भी आने से डरते है क्योकि नर्क में जाना कौन चाहता है,,, हो सकता है इस क्षेत्र में रहने वाले लोग पिछले जन्म में पाप करके आये होंगे जिनको नर्क में रहने कि सजा मिल रही है,,
नेता, माफिया, गुण्डें, मवाली, तस्कर, ज्वारी, और सटटाधारी,,,,, लूट, डकैती, स्नेचिंग, चोरी और झपटमारी,,,, यहॉ खूब फलती और पनपती है। पुलिस मजबूर,, सत्ताधारी दूर,, दुखी गरीब मजदूर,, राशन की चोरी,, जनता से छिछोरी,,, ऑटो का आतंक,, सर चढकर बोलता है,, इसी लिये सत्यहुकार न्यूज सबकी पोल खोलता है,, और स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में इस नर्क नगर की बात बोलता है,, अगर इस शहर में ईमानदार पत्रकार,, वरिष्ठ समाज सेवी,, कमर्ठ नेता,, कर्तव्यनिष्ठ अफसर निवास करते हो तो इस नर्क नगर पर गौर कीजिये,, जनहीत में नर सेवा नारायण सेवा के साथ इसका उद्धार कीजिय रिपोर्ट : सत्यपाल सिंह सत्याहुनकर न्यूज़