
सूर्याविहार पार्ट -3 में, पिछले 20 साल से सचेन्द्र नामक एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रह रहा था, जिस जमीन पर उसने घर बनाया था वह उसने प्रापर्टी डीलर से पर्चियों के आधार खरीदी था, स्थानीय कुछ डीलर्स ने जमीन हडपने के उददेश्य से कागजाद बनवाकर जमीन पर दावा ठोक दिया, जिसका विवाद थाना, न्यायालय तक चल रहा, इसी क्रम में एक दिन अचानक दबंगों ने सचेन्द्र कुमार के घर पर बुलडोजर चला दिया, जिसकी शिकायत सचेन्द्र ने पुलिस पल्ला दी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने दंबगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की। परेशान होकर न्याय की गुहार लेकर सचेन्द्र हरियाणा सरकार के ग्रह मंत्री अनिल बिज के दरबार में पहुचा, गृह मंत्री ने मामले की गम्भीरता को देख पल्ला पुलिस को रिर्पोट दर्ज करने के आदेश दे दिये, शनिवार को ही पल्ला पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी। बता दे कि पहले भी कई बार दबंगों ने सचेन्द्र से मकान का कब्जा ले लिया था और उनका सामान बाहर निकाल दिया, तब पीडित परिवार न्यायालय में गया और पुनः अपने मकान में काबिज हुआ था। बताया जाता है कि यह विवाद पिछले 16 सालों से चल रहा है। पीडित परिवार अपना मकान होने के बावजूद भी किराये के मकान में रहकर गुजर बसर करने को मजबूर है।
क्या है पूरा मामला जाने।
पीडित सचेन्द्र कुमार ने बताया कि उन्होने दिल्ली के संगम विहार निवासी रिछपाल और अमरदीप से 2002 में 200 वर्ग गज का एक प्लॉट 2,60,000 रूप्ये मे खरीदा था। दोनो महालक्षमी प्रापर्टीज के नाम से प्रापर्टी खरीदने बेचने का काम किया करते थे, उसके बाद सचेन्द्र ने अपना मकान बनाया और बिजली का मीटर भी लगवा लिया, इसके बाद एक बार फिर रिछपाल और अमरदीप ने साजिश रचकर पचिर्यो पर 2004 की तारीख डाल दी, जबकि दोनो आरोपी 2004 में जेल में बन्द थे जेल से आने के बाद दोनो ने उल्टा सचिन पर ही बकायेदारी बता दी और साथ में ब्रहम्मपाल भाटी, धर्मवती, अमरीश भाटी, अवधेश शर्मा, अशोक पंडित, विनोद पंडित, सुरेश प्रधान, ब्बलू, बन्टी और प्रवीन मिल गये। आरोपीयो ने 2021 में सचेन्द्र के खिलाफ धोखाधडी का केस दर्ज करवा दिया था, जिसमें सचेन्द्र को जेल भी जाना पडा था। साजिश रचकर ज़मीन बेच दिया उसके बाद मकान पर कब्जा कर लिया, सचेन्द्र के घरवालों के साथ मारपीट कर उन्हे घर से निकाल दिया गया और करीब 20 लाख का समान लूट लिया था तथा परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। डर के कारण परिवार तो किराये पर रहने लगा था लेकिन खुद सचेन्द्र उसी मकान में रहते थें। 12 अक्टूबर 2022 को आरोपी सुबह ही लेबर लेकर सचेन्द्र के मकान पर पहुचे और सामान निकाल कर फेकने लगे सचिन ने विरोध किया और पुलिस को 112 नम्बर पर सुचित किया पुलिस मौके पर पहुची तो पुलिस ने दोनो पक्षो को थाने आने की बात कही। जब सचेन्द्र पल्ला थाना पहुचा तो दबंगो ने मौका पाकर जेसीबी मसीन से आनन-फानन में घर को गिरा दिया। पुलिस कार्यवाही करने का नाटक कर सचेन्द्र को थाने में उलझाती रही दूसरी तरफ सचेन्द्र का घर धाराशाही कर दिया। जब सचेन्द्र को पुलिस से न्याय नही मिला तो मजबूरन सचेन्द्र अपनी शिकायत लेकर हरियाणा सरकार के ग्रह मंत्री अनिल बिज के पास पहुचा। जिसे रिर्पोट दर्ज करने के आदेश हुए है।