एजुकेशन वैलिंट्यर ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन दिया। बता दे कि हरियाणा में 779 एजुकेशन वॉलंटियर को ड्रॉप ऑउट बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में सम्मिलित करने के लिए हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद् ( Hsspp ) के अंतर्गत भर्ती प्रक्रिया SS/OOSC/NRST/2021-22/7011 दिनांक 04/07/2022 Centa ( परीक्षा एजेंसी) के द्वारा परीक्षा प्रक्रिया द्वारा जिला मेरिट लिस्ट के हिसाब से नौ महीने के लिए लगाए गए थे।

एजुकेशन वॉलिंटियर विपरीत परिस्थितियों में भी इन बच्चों को चिन्हित करके शिक्षा की मुख्य धारा में सम्मिलित करने का कार्य करते हैं तथा स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने में इनका विशेष योगदान रहता है। इसके बदले इन्हे 9000 रुपए प्रति माह के हिसाब से मानदेय मिलता है यह कार्य पिछले तीन-चार वर्षो से लगातार कर रहे हैं और प्रतिवर्ष 17000 से 18000 बच्चों को मुख्यधारा में लाते हैं, ड्रॉपआउट की दर को कम करने में भी इनका योगदान रहता है तथा प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार इनके प्रति ध्यान नहीं दे रही जिससे इनके परिवार का गुजारा भी नहीं चलता है। इसके बाद भी इन्हे 9 महीने बाद सेवानिवृत्त कर दिया जाता है।
इसलिए ही वर्तमान में कार्यरत एजुकेशन वॉलिंटियर के अनुभव को देखते हुए कार्यकाल को निरंतर बनाएं रखें और वेतन में वृद्धि करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है । ताकि इन लोगो के परिवार का गुजारा भी आसानी चल सके। और स्कूल के बच्चों से कैनेक्टिविटी भी बनी रहे और बच्चें फिर से ड्रॉप आउट ना हो सके।